बुधवार, 30 दिसंबर 2020

हम इंदौर पर कभी हमला नहीं करेंगे! एलियन का कलमछाप द्वारा एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

एक कलमछाप देर रात घर लौट रहा था. साइकल पर सवार थका और परेशान....तभी उसने देखा कि एक विचित्र की आकृति सडक़ पर भाग रही है...रात गहरी थी और उसे रामसे बंधुओं की फिल्मों की याद भी थी....कलमछाप ने सोचा कि चलो इसके पीछे चलता हूं...देखें क्या मामला है? हो सकता है कुछ फायदा हो जाए....कलमछाप उसके पीछे हो लिया... और एक जगह उन दोनों का सामना हो गया...कलमछाप ने देखा कि वो आकृति अजीब सी थी बिलकुल एलियन जैसी....वो उसे देखकर डर गई थी...कौन हो? एलियन....हे..एलियन को हिन्दी बोलता सुनकर कलमछाप हैरान हो गया उसे पता था कि एक आरटीआई में किसी ने भारत पर एलियन और पिशाचों के हमले और उनसे निपटने के बारे में जानकारी मांगी थी.. तुम एलियन हो...हां कितनी बार बताऊं हां भई हां...यहां क्या कर रहे हो...मैं यहां खाना खाने आया था सुना है यहां भोजभंडारे होते ही रहते हैं....हां पर अभी सीजन नहीं है सुबह आना श्राद्ध का खाना कहीं न कहीं तो मिल ही जाएगा...वो बात नहीं है..मुझे पौष्टिक खाना चाहिए...वो तो यहां मध्यान्हभोजन में भी नहीं मिलता तुम कहीं और चले जाओ...अच्छा..अब कलमछाप ने सोच अच्छा मौका है इसका एक्सक्लूसिव इंटरव्यू ले लेता हूं हो सकता है कहीं चांस मिल जाए...कलमछाप पेन डायरी निकालने लगा.. ये क्या कर रहे हो? वो घबराया...कुछ नहीं पेन-डायरी निकाल रहा हूं ताकि तुम्हारा इंटरव्यू ले सकूं...अच्छा अच्छा तो ये बात है..पूछो-पूछो शौक से पूछो वैसे भी मेरे ग्रह फाल्तूनोवा में सब मुझे गधा कहते हैं मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैं कितना समझदार हूं...
सवाल- क्या आपको मालूम है? एक आरटीआई आपके हमले के बारे में....हां पता चला था पर हमारा ऐसा कोई फ्यूचर प्लान नहीं है...सवाल- आप हमेशा विकसित देश में ही हमला क्यों करते हैं जैसा कि एवेंजर्स में बताया था...अरे यार हमले का कोई फायदा भी तो होना चाहिए भारत में हमला करके हमें क्या मिलेगा हां..वैसे इस फिल्म की पायरेटेड सीडी से फिल्म देखकर हमारे राजा मर गए..उनको डर बैठ गया कि अगर एवेंजर्स ने हमारे ग्रह पर हमला बोल दिया तो..सवाल- अगर आप इंदौर शहर पर हमला कर दें तो? अबे यहां हम हमला क्यों करेंगे? अरे ये स्मार्ट सिटी है..स्मार्ट मेरी नाक का बाल..सडक़ों में गड्ढे, आवारा ढोर, गंदगी, खराब व्यवस्थाएं, अपराधों का हाई ग्राफ...हम पागल हैं जो यहां हमला करेंगे... कलमछाप ने सोचा हम जिन बातों को गलत समझते हैं वास्तव में वो कितनी अच्छी हैं जिनकी वजह से हम एलियनों के हमलों से बचे हुए हैं...क्या सोच रहे हो? अगर हम यहां आते हैं तो हमारी गाडिय़ां गड्ढे में गिर जाएंगी हम जख्मी हो जाएंगे, मर गए तो क्या?...गंदगी से हम बीमार हो जाएंगे शायद मर भी जाएं... आवारा ढोर अगर हम पर हमला कर दें तो हमारा क्या होगा बताओ तो जरा...गाय-ढोर तो ठीक आवारा कुत्ते तो हमारा अगाड़ा पिछाड़ा सब फाड़ देंगे...रैबीज हो गया तो ये बीमारी हमारे ग्रह तक चली गई तो? तुम्हारे शहर में अपराधों का ग्राफ हाई है अगर किसी ने एलियन को चाकू मार दिया तो? यहां दुष्कर्म के मामले बच्चों के साथ तक हो रहे हैं अगर किसी ने हमारी एलियाना को या हमारे बच्चों के साथ...तुम्हारे शहर में नशा होता है-सटï्टा भी होता है हमारे एलियन नशे से बर्बाद हो जाएंगे...सट्टे में हमारे यहां की मुद्रा लगाकर हमारे ग्रह को दीवालिया कर देंगे... अपराधों का प्रभाव तो देखो..यहां पर तो तुम लोगों की रिपोर्ट पुलिस तक नहीं लिखती हम तो फिर परग्रही एलियन हैं यहां के कानून से बाहर...हमारा दिमाग खराब नहीं हो गया है जो इंदौर पर हमला करें.....अगर कभी भविष्य में विज्ञान उन्नत हो गया और इंदौरी तुम्हारे ग्रह पर हमला करने पहुंच गए तो? अरे हां ये तो बहुत खतरे की बात हो जाएगी...मैं जाकर अभी नवनियुक्त एलियन राजा से इस बारे में बात करता हूं. वैसे आपके पास तो अत्याधुनिक हथियारों से भी अत्याधुनिक हथियार होंगे...अरे यार पर वो तुम्हारे इंदौरीयों से ज्यादा नहीं हैं....हें वो कैसे? अरे तुम्हारे यहां तो लोग चम्मच को घिसकर चाकू बना लेते हैं ये टेक्रोलॉजी हमारे पास है ही कहां? और तो और अगर हमारे एलियन बंदूक लेकर आए तो तुम्हारा इंदौरी इन पर गुटका पीक देगा ये भी हमला है वायरसों का हमला...अरे हम तो इसे गंदगी मानते हैं ये तो हथियार निकला..हां तभी हम इंदौरियों से डरते हैं वो कहींसे भी कैसे भी हमला कर सकते हैं...अच्छा अब मैं चलता हूं एक सवाल और...पूछो..कुछ खास चीज जो तुम लेजाना चाहते थे पर ले नहीं जा सके और मौका मिले तो ले जाओगे..राहुल खाट हां...राहुल खाट हमारे ग्रह पर कुछ लोग ये ले गए हैं और आराम से इस पर सो रहे हैं...भाई जाते-जाते एक आखरी सवाल...पूछो पर इसके बाद नहीं...हां..भारत के सुपर हीरो शक्तिमान, क्रिश और फ्लाइंग जट्ट के बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है....हाहाहाहा...ये टटपुंजिये अपने देश को नहीं सम्हाल सकते तुम हमारी बात करते हो...देखो शक्तिमान को साधुओं ने पाला था सो वो हिन्दू था एक खास वर्ग के लोगों ने उसका बहिष्कार कर डाला...ये देखकर क्रिश बिना धर्म का हो गया...फ्लाइंग जट्ट सिख है सो फिर खास वर्ग ने उससे दूरी बना डाली..कुछ दिन में दलित कहेंगे ये सुपर हीरो सवर्ण हैं हमें तो दलित सुपरहीरो चाहिए...फिर दबंग सुपरहीरो चाहिए..पाटीदार तो कहीं जाट और कहीं मराठा, हिन्दू-मुसलिम सुपरहीरो...जहां अच्छाई को भी धर्म की नजर से देखा जाता हो वहां का सुपरहीरो इन्हीं बुराइयों में फंसकर दम तोड़ देगा..वो हमारा मुकाबला क्या करेगा? अरे एक बात तो बताते जाओ भारत की कुछ चीज तो तुम्हारे यहां होगी...कुछ खास नहीं पर हमारे राजा रोज रजनी केन (कांट नहीं क्योंकि वो हर चीज कर सकता है) की पूजा करते हैं...अच्छा चलता हूं...पर मुझे और सवाल पूछने हैं...मैं एक-दो दिन बाद फिर आऊंगा तब कर लेना.. यहीं मिलूंगा..मेरा नाम जरूर लगा देना बतोड़ेंबो...तभी कहीं से आवारा कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया और वो अंधेरे में गुम हो गया....कलमछाप लौट आया. ये उसी का हिस्सा है आगे के इंटरव्यू के लिए इंतजार करें जैसे कलमछाप को इंतजार है.......

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