मंगलवार, 31 अक्तूबर 2017

अथ गब्बर कथा:सीडी कांड पर गब्बर का क्षोभ और ठाकुर से संवाद

गब्बर लौट आया पर दिनभर वो डाकू गिरोह की तबाही के बारे में सोच-सोचकर परेशान हो जाता था। अब वसूली इतनी होती नहीं थी कि हिसाब-किताब रखा जाए। उसे परेशान देखकर जूनियर कालिया का दिल पसीज गया। वो एक सीडी लेकर उसके पास पहुंच गया। सरदार, आपके लिए ये आपके लिए है...इसमें क्या है रे...सरदार अभी-अभी आपके लिए लाया हूं बिलकुल एक्सक्लूसिव सीडी है...ये किस फिलम की सीडी है रे...सरदार ये फिलम की नहीं, ठाकुर की सीडी है...मतलब?...सरदार कुछ दिन पहले ठाकुर एक रात की नौटंकी पार्टी में गया था जहां उसने नचनिया की बांहों में बांहें डालकर नाच किया साथ ही खंबा नृत्य भी किया। खंबा नृत्य...ये क्या होता है कालिया...सरदार लड़की मेहबूबा की ड्रेसिंग में खंबा पकड़कर नाचती है, इसे पोल डांस कहा जाता है। पर कालिया ठाकुर तो हथकटा है...सरदार उसके हाथ फौलाद के है। अच्छा हुआ मैंने उसके हाथ काट दिए वर्ना वो न जाने क्या-क्या पाप करता। रुक जा कालिया, मैं अभी हथकटे ठाकुर की खबर लेता हूं। गब्बर ने बीएसएनएल के नेटवर्क से ठाकुर को फोन लगाया। ठाकुर शोले फिल्म देख रहा था और होली के गाने पर झूम रहा था। उसने फोन नहीं उठाया। जब गब्बर का गुस्सा खीज में बदल गया। तब ठाकुर को अहसास हुआ कि फोन बज रहा है। ठाकुर ने फोन उठाया। हैलो....ठाकुर स्पींकिंग
किंग हो कांग, सीडी बनाना बिलकुल है रांग....
कौन?
मैं हूं तेरी मौत।
मौत, कहीं तुम....
गब्बर बोल रहा हूं, तेरी सीडी मेरे पास पहुंच गई है हथकटे ठाकुर...
गब्बर वो सीडी फर्जी है, किसी ने मुझे बदनाम करने की कोशिश की है।
खामोश...तूने क्या सोचा था, देख फोन पर गाना बजने की आवाज आ रही है।
वो फिल्म चल रही है गब्बर... फिलम कौन सी?
शोले... शोले अब खोलेगी तेरी पोले, गब्बर बोले...अरे खामोश... तुझसे पहले भी बहुत सीडियां बनी और कई कांड हुए, बेणा और कंवरी, टांडा और इतिका कर्मा इन सबसे अलग लाघव जी और बाजकुमार।
गब्बर...राजनीति में ऐसा कीचड़ उछालना रोज की बात है।
ठाकुर तू कितनी भी बात कर ले पर तू संत की तरह सीधासाधा नहीं हो सकता। तू संत भी है तो बाबा कामकरीम की तरह जो फनीप्रीत से दिल लगा बैठा जो उसकी गोद ली बेटी थी।
गब्बर वो मेरी सीडी नहीं है, पर यदि होती तो भी तू मेरा क्या बिगाड़ लेगा? राजनीति में दो दिन बाद जनता सबकुछ भूल जाती है। घोटाला और स्केंडल।
पर अब जनता नहीं भूलेगी, नोटबंदी और जीएसटी...लोधीजी के हाथ से सत्ता वैसे ही जाएगी। जैसे हम तम्बाकू का कचरा झाड़ देते हैं। हथकटे ठाकुर अगर वो तेरी सीडी न हुई और क्लीनचिट मिल गई तो भी मैं तुझे नहीं छोड़ूंगा। तेरी खटिया खड़ी कर दूंगा। समझ ले, आगे फ्यूचर में तरह-तरह की सीडियां आएंगी। तू खाना खाएगा तो सीडी, सोएगा तो सीडी, हंसेगा तो सीडी, रोएगा तो सीडी, यहां तक कि पाखाना।
गब्बर चुप करो। ठाकुर ने फोन काट दिया।
गब्बर ने फोन देखा और चिल्लाया- सीडी प्लेयर लाओ...हां।

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