रविवार, 25 मार्च 2018

मौत से मुकाबला-10: आग से खेलने की तैयारी

दूसरे दिन मछलियों को बाजार में बेचा गया। जिससे कुछ खास आमदनी नहीं हुई। रात को हमने एक छोटे से होटल में घटिया किस्म का खाना खाया था और बेकार किस्म की वाइन भी पी थी पर ये सस्ता था। अब नेवल को एक समुद्री व्यापारी मिला जिसका नाम था- राबर्ट बेनफेल, ये हमारे जहाज से दूर के देशों में व्यापार करना चाहता था। उनसे ज्यादा रेट दिया तो नेवल तैयार हो गया। अब हमारी ट्रिप लगातार होने वाली थी। हमारे पास अपने घर जाने का भी मौका नहीं था। हमको इस वक्त कुछ पैसे मिले जिनको हमने इकॉनोमिकल सिक्यूरिटीज नामक की छोटी सी संस्था के माध्यम से अपने गांव पहुंचा दिया। हमें सबसे पहले कुछ रसायन और काफी सारा एंटिक सामान यूनाइटेड किंगडम पहुंचाना था। हम सामान लेकर निकल पड़े। हमको पता चला कि जर्मनी और पोलैंड के बीच कुछ तनाव की स्थिति बन रही है। समुद्र में आते-जाते जहाजों को खतरा है। हम धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे। आप लोगों को बता दूं कि पूरे जहाज पर रोशनी करने के लिए हम छोटी चिमनियों का इस्तेमाल करते थे। जर्मनी और पोलैंड पर फारेंसो चुटकियां लिया करता था और इस तनाव के लिए लंदन को जिम्मेदार बताता था। जिसका कोई विशेष कारण तो नहीं था पर बैन इस पर भड़क जाता था। दोनों में ऐसे बात होती थी मानों एलेक्स और हनीबल आमने-सामने हो गए हों। नोबल इस पर कहता- मुझे औरतें दोनों ही देशों की रसीली लगती हैं। क्वींन मुझसे कहें कि पैर चाटो तो उसे पूरा खा ही जाऊंगा। बैन कहता- नोबल, मैं तेरी टांग तोड़ दूंगा। इस पर एडम कहता- तब तो ये कामुक लंगड़ा ही कहलाएगा पर जैसे ही नेवल आता सब काम में लग जाते मानों कुछ हुआ ही न हो।
नेवल को एंटिक सामान का कुछ अनुभव था। राबर्ट ने नेवल को कहा था कि वो एंटिक सामान की जांच कर ले। नोबल ने हमें बताया कि इंग्लैड की महारानी दुनियाभर के एंटिक सामान को लंदन के पैलेस में इकट्ठा कर रही है। उसके पास एशिया के जादू-टोने वाले देश इंडिया का एक नायाब हीरा भी है। ये भारतीयों ने उसे भेंट किया है। वो ईस्ट इंडिया कंपनी के मार्फत महारानी के हाथों का बोसा लेते हैं और उनको अपनी मल्लिका स्वीकारते हैं। नोबल एक बार भारत गया था। उसने यहां के बारे में जो बताया वो आश्चर्यजनक था। उसने बताया कि यहां के लोग एक-दूसरे का शोषण करने में ही लगे रहते हैं। यहां की महिलाएं बेइंतहा खूबसूरत हैं। खाना लजीज है बस एक बात की कमी है...वो है लोगों में एकता की भावना। यहां के लोग दर्जों में बंटे हुए हैं। वो पत्थर के दस से बीस हाथ वाली मूर्तियों की पूजा करते हैं और कहीं-कहीं जानवरों की बलि भी चढ़ाते हैं कभी-कभी आदमी की भी। आदमी के मरने के बाद औरत को उसकी लाश के साथ जलाया जाता है। हाय...कमनीय बदन को ये लोग कैसे आग के हवाले करते हैं। शैतान के बच्चे। उसका बस चलता तो वो ऐसी औरतों को अपने साथ ले आता और .....खैर, इंडिया के लिए मैं कैसे सोचूं मेरी अपनी भी समस्याएं हैं। इंडिया नेवल भी जा चुका था वो सिर्फ इतना कहता था- ये हम्मालों का देश है। इनके पास जो कुछ भी अच्छा हो लूट लो या फिर दबाव दो, ये खुद ही सबकुछ दे देंगे। अपने मुल्क की संपदा और औरतें भी। कैसा देश है ये?
ये सब सुनकर जोनाथन कहता-मुझे एक खूबसूरत भारतीय लड़की ला दो। मैं उससे शादी करूंगा। इस बैन ने कहा- आम तू लगा, रस हम पीयेंगे। ये बात खून खौलाने वाली थी पर लड़ाई और फिर होने वाली पिटाई के डर से मैं और जोनाथन चुप ही रहे। जहाज पोर्ट छोड़ चुका था। नेवल ने एंटिक सामान की जांच की, यहां पर उसे एक किताब मिली जिसमें हिब्रू और लेटिन भाषा में न जाने क्या लिखा था? नेवल को ये बेकार लगी और उसने इसे रद्दी में रख दिया। जब नेवल वहां नहीं था। जोनाथन वो किताब अंदर से निकाल लाया। हमें उस किताब की उपयोगिता समझ में नहीं आई। जोनाथन ने कहा कि वो रात में बताएगा कि ये क्या है? रात में जब मैं, एडम और वो अकेले थे तब उसने वो किताब निकाली। जोनाथन को हिब्रू और लेटिन का थोड़ा-बहुत ज्ञान था। पर ये खतरनाक तो नहीं था? जोनाथन हमें अकेले में ले गया और बताया कि ये किताब एक तांत्रिक दस्तावेज है जिसमें आत्माओं से संपर्क करने, प्रेतों और चुड़ैलों को वश में करने की विधा का वर्णन है और वो ये समझ सकता है। उसने इसे पढ़ा है। प्रमाण के तौर पर उसने हमें एक मंत्र बताया- ओ एरिया इन नोमिने वोकेम्स स्पिरिटम वेस्ट्रम। इसका अर्थ था ओ हवाई आत्मा तुम्हारे नाम पर हम आत्मा को बुलाते हैं। अगर मोमबत्ती जलाकर तारे में बैठकर इसे पढ़ा जाए तो शक्तिशाली आत्मा आती है। एकदम से जहाज को अप्रत्याशित झटका लगा। मानों आत्माएं कह रही हों आग से मत खेलो। हम तीनों ने एक-दूसरे का मुंह देखा। आत्मा समुद्र में जमीन से ज्यादा ताकतवर होती है- जोनाथन ने बताया। एडम ने कहा- ये बेवकूफी है। जो दूसरी दुनिया के हैं उन्हें इस दुनिया में बुलाने का क्या सबब? ये शैतानी खुराफात है। जीसस इससे बचाए। जोनाथन ने मेरा मुंह देखा-मानों मुझे आश्वस्त कर रहा हो इसमें डर की बात है ही क्या? एडम की रुचि न देख जोनाथन ने कहा कि वो आत्मों से संपर्क करने का सरल तरीका बताएगा। इसके बाद हम आकर सो गए। दूसरे दिन जब हम उठे तो देखा आसमान बादलों से घिर चुका था। हवा नमींदार, भारी और तेज थी। जहाज तेज हिचकोले खा रहा था। नेवल डेक पर खड़ा होकर समुद्र को देख रहा था। उसका इत्र कुछ तीखा महक रहा था। आपको बता दूं समुद्र यात्रा के दौरान हम महीनों तक नहा नहीं पाते थे। बदन की बदबू मिटाने के लिए इत्र का प्रयोग किया जाता था, पर हमको तो वो भी नसीब नहीं था। जोनाथन ने कहा कि आज रात को हम एक आसान तरीके से आत्माओं से संपर्क करेंगे। आपको नहीं लगता कि ये आग से खेलने की तैयारी जैसा कुछ था।

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